पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय द्वारा संचालित टेलीविजन चैनलों पर सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है। परिपत्र जारी कर कहा है कि समुदाय का कोई भी चैनल देश में न चलाया जाए। पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेग्यूलेटरी अथॉरिटी (पीईएमआरए) ने 28 मई को अपने सभी क्षेत्रीय कार्यालयों के लिए जारी परिपत्र में कहा है कि देश में कोई भी चैनल अवैध रूप से नहीं चलने दिया जाए। इनमें खासतौर से अहमदिया समुदाय के चलाए जाने वाले चैनलों का जिक्र है।
परिपत्र में दिशानिर्देश का कड़ाई से पालन करने के लिए कहा गया है। ऐसा न होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। परिपत्र मिलने के बाद क्षेत्रीय कार्यालयों ने अहमदिया चैनलों समेत कई चैनलों को बंद करने का नोटिस देने की तैयारी कर ली है। पीईएमआरए ने चैनलों के खिलाफ कार्रवाई का परिपत्र जारी करने के लिए उनके खिलाफ प्राप्त हुई शिकायतों का जिक्र किया है। परिपत्र में लिखा है कि पीईएमआरए के महानिदेशक मुहम्मद फारूक को अहमदिया समुदाय के चैनलों- एमटीए, एमटीए-1, एमटीए-1-अल-अवला, अहमदिया-1 (उर्दू) आदि के खिलाफ कई शिकायतें मिली हैं। पाकिस्तान में विशेषज्ञों ने मुख्यधारा के मीडिया में चीन की बढ़ती पैठ को लेकर चेतावनी दी है। कहा है कि इससे देश में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बाधित होने का खतरा पैदा हो सकता है। पाकिस्तान में चीन तेजी से दूरसंचार और सर्विलांस के क्षेत्र में निवेश कर रहा है। इसके लिए हाल के महीनों में दोनों देशों की सरकारों के बीच कई समझौतों पर दस्तखत हुए हैं। यह चेतावनी सुरक्षा के मसलों का अध्ययन करने वाले एक थिंक टैंक के रिसर्च इंटर्न नोआमी ऑप्लिंस्की ने दी है।