विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी आम आदमी पार्टी (आप) अपने उम्मीदवारों के नाम शार्ट लिस्ट कर रही है। नए व भरोसेमंद चेहरों की तलाश के साथ पार्टी की नजर पुराने चेहरों की साख पर है। पार्टी वर्तमान विधायकों के कामकाज को टिकट देने का पैमाना बनाएगी। बीते पांच साल में बेहतर प्रदर्शन करने वालों पर ही पार्टी दांव लगाएगी। करीब 25 फीसदी मौजूदा विधायकों के टिकट कट सकते हैं। इनकी जगह पर नए चेहरों को तरजीह दी जाएगी। अगले दस दिन में पार्टी अपनी पहली लिस्ट जारी भी कर सकती है।
दरअसल, बीते विधानसभा चुनाव में आप ने 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल की थी। बीते पांच सालों में इसमें से छह सीटें आप से निकल गई। पांच विधायकों ने पाला बदल लिया, जबकि उपचुनाव में एक सीट आप ने गवां दी थी। फिलहाल आप के 61 विधायक हैं। 61 विधायकों में से करीब 15 के टिकट कट सकते हैं। इसके लिए पार्टी ने आंतरिक स्तर पर सर्वे करवाया है। इसमें इन विधायकों के कामकाज से आम लोग खुश नहीं हैं। वहीं, लोगों के बीच इनमें से करीब दस विधायकों की साख भी खराब है। जिन मौजूदा विधायकों के टिकट कट सकते हैं, उनमें से सबसे ज्यादा पांच टिकट दक्षिणी दिल्ली लोकसभा से कटेंगे। इसके बाद तीन-तीन टिकट उत्तर पश्चिमी व उत्तर पूर्वी सीट से कटने के आसार है। दो-दो टिकट पूर्वी, नई दिल्ली व चांदनी चौक से कटनी हैं। इन सीटों पर पार्टी नए चेहरों पर दांव लगाएगी। पहली लिस्ट में उन सीटों के उम्मीदवार होंगे, जो पार्टी के पास नहीं हैं। वहीं, इसमें कुछ ऐसी सीटें भी शामिल होंगी, जहां से वर्तमान विधायकों की जगह दूसरे को मौका दिया जाना है।